मुंबई – एक ऐसा शहर, जो कभी नहीं सोता. यहाँ सभी अपनी जिंदगी की गाड़ी पर दौड़ रहे हैं और साथ में दौड़ता हैं ये शहर भी. सपनों की नगरी कहे जाने वाले मुम्बई शहर में जब लोग इस आपा – धापी से भरी जिंदगी से थक जाते हैं, कुछ देर ठहर कर, रूककर आराम करना चाहते हैं, दिन भर की चिलचिलाती धूप से बचकर सुनहरी शाम का मज़ा लेना चाहते हैं, तो वे कहाँ जाएँ? इस एहसास को जीने के लिए, कहाँ बिताएं सुकून के दो पल?? तब याद आती हैं मुंबई की ऐसी कुछ जगहें, जहाँ वे शांति से बैठे, कोई सुकून भरा लम्हा गुजारें.
आज हम मुंबई की कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में जानकारी साझा करेंगे, जहाँ मुम्बईवासी और अन्य स्थानों के लोग भी घूमने जाते हैं और कई सुनहरी यादों को संजोते हैं.
मुंबई के दर्शनीय स्थल
मुंबई दर्शन आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मदद से भी कर सकते है. मुंबई में मुंबई दर्शन के लिए विशेष बस, टैक्सी चलती है, जो मुंबई के मुख्य स्थल को कवर करती है. मेरे हिसाब से मुंबई दर्शन के लिए इसकी बस सबसे अच्छी है. 7-8 घंटे में ये बस आपको मुंबई के बहुत से प्लेस दिखा देगी. साथ ही ये काफी किफायती होती है, 500-600 रुपय मे बड़ों को और 300-400 रुपय में बच्चों को ये मिल जाती है. ये बस मुंबई के अलग स्थान से मिल जाया करती है, लेकिन मुंबई के बीचों बीच के गेटवे ऑफ़ इंडिया में उपलब्ध होती है, जिसे बुक कर आप मुंबई दर्शन कर सकते है. मुंबई दर्शन के लिए टैक्सी भी होती है, लेकिन उनका खर्चा अधिक होता है.
- गेट वे ऑफ़ इंडिया (Gateway of India) : इसे हमारे देश भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता हैं. यह शहर की एक अलग ही पहचान कराता हैं. इसका निर्माण सन 1924 में ब्रिटिश राज में किया गया था. इसके निर्माण का उद्देश्य ब्रिटिश महाराज जॉर्ज वी और महारानी मेरी के भारत आगमन पर उनका स्वागत करने का था. चूँकि मुंबई देश के प्रमुख बंदरगाहों में से एक हैं, इसीलिए इसे प्रवेश द्वार मानते हुए, इसे गेट वे ऑफ़ इंडिया नाम दिया गया. यह ब्रिटिशों के महाराज के आगमन पर उनके उत्कर्ष का प्रतिक था. गेट वे ऑफ़ इंडिया अपोलो बन्दर के जल क्षेत्र के सामने बनाया गया हैं और आज पूरे विश्व के लोगों के लिए सबसे प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक हैं.
गेट वे ऑफ़ इंडिया के पास ही होटल ताज है, जो एक दर्शनीय स्थल से कम नहीं है. गेट वे ऑफ़ इंडिया से होटल ताज का व्यू देखने लायक होता है. इसे भी लोग देखने दूर दूर से जाते है. होटल ताज का निर्माण 1902 में जमशेद टाटा से कराया था. 2008 में आतंकवादीयों द्वारा 26/11 का हमला भी यही हुआ था.
- हाजी अली की दरगाह (Haji Ali Dargah):यह मुंबई के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक हैं. यह अरब सागर के बीच में स्थित हैं और किनारे से 500 यार्ड्स की दूरी पर स्थित हैं. यह मुस्लिम संत पीर हाजी अली शाह बुखारी की दरगाह हैं. यह लगभग 400 साल पुरानी दरगाह हैं, जो हिन्दू – मुस्लिम कलाकारी का उत्कृष्ट उदाहरण हैं. इस दरगाह की मुख्य बात यह है कि समुद्र के बीचों बीच होने के बावजूद यह कभी नहीं डूबती है. कहते है, बाबा के दरबार तक कभी भी पानी नहीं घुसा है.
इसके अलावा इस बड़ी सी दरगाह के बाहर स्वादिष्ट पकवानों के अनेक लोकल स्टॉल लगे होते हैं. साथ ही हाजी अली मुंबई की पश्चिम लोकल रेलवे – लाइन का प्रमुख स्टॉप हैं, जिससे लोगों को यहाँ तक पहुँचने में आसानी होती हैं.
- जुहू बीच (Juhu beach)– भारत में सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा देखी जाने वाली बीचों में से एक हैं – जुहू बीच. साथ ही यहाँ पर कई प्रसिद्ध हस्तियों और फ़िल्मी दुनिया के चमकते हुए सितारों के घर भी हैं, इसलिए भी यह बहुत प्रसिद्ध हैं और लोग इन्हें देखने भी यहाँ जाते हैं. इस बीच पर मिलने वाले पकवानों के लिए भी कई लोग यहाँ दूर – दूर से आते हैं. यहाँ की पाव भाजी, भेल, पानीपूरी जग प्रसिध्य है. यहाँ बीच पर रेत पर घूमते हुए लोग घुड़सवारी का मजा लेते हैं, बंदरों की उछल – कूद देखते हैं, बच्चे खिलौनों और गुब्बारों को खरीदकर उनसे खेलने में खुश होते हैं और भी कई मनोरंजन के साधनों से लोग यहाँ अच्छा समय व्यतीत करते हैं.
- मरीन ड्राइव (Marin drive) –मरीन ड्राइव मुंबई का सबसे सुंदर स्थान में से एक है. इसकी सुन्दरता रात को तो देखते ही बनती है, गोलाई में बने मरीन ड्राइव की सड़कों में रात में जब स्ट्रीट लाइट जलती है, तो ऐसा लगता है मानों किसी रानी ने गले का हार पहना है. इसलिए इसे क्वीन नेकलेस भी कहते है. मरीन ड्राइव दक्षिणी मुंबई के 4 कि. मी. के क्षेत्र में फैला हुआ हैं. यह मुंबई की सबसे सुन्दर सड़कों में से एक हैं. यह रात को चमकती हुई रोशनी में बहुत ही मनमोहक लगता हैं. शाम के समय यह बहुत ही सुन्दर लगता हैं और इसी समय इसे देखने का आनंद आता हैं. चाय वाले और चाट वाले इस जगह को सुन्दर के साथ – साथ स्वाद – दार भी बना देते हैं. इसे लवर्स पॉइंट भी कहा जाता है. यहाँ के पत्थरों की आकृति देखते ही बनती है, जो मानव निर्मित है.
- चौपाटी बीच (Girgaon chowpatty)–मरीन ड्राइव के पास ही चौपाटी बीच भी हैं, जिसे गिरगांव चौपाटी के नाम से जाना जाता है. जहाँ खानपान के शौक़ीन लोगों को बहुत ही आनंद आ जाता हैं. हाथ – गाड़ी पर विभिन्न स्वाद – दार चीजें बेचने वाले होते हैं, खिलौने बेचने वाले होते हैं और विभिन्न मनोरंजन के साधन होते हैं. यहाँ की भेलपुरी और पानी – पूरी बहुत प्रसिद्ध हैं. यहाँ बग्गी का भी आनंद लिया जाता है.
- एलिफेंटा केव [घारापुरीची लेणी] –मध्य मुंबई बंदरगाह में गेट वे ऑफ़ इंडिया से 9 कि. मी. की दूरी पर एक बहुत ही प्रसिद्ध स्थल हैं, जिसका नाम हैं – एलिफेंटा केव. ये पहाड़ों को काटकर बनाया गया मंदिर हैं. ये भारत के सबसे पेचीदा और खुबसूरत नक्काशी को पेश करने वाले मंदिरों में से एक हैं.
एलिफेंटा केव में स्थित भगवान शिव का मंदिर बहुत प्रसिद्ध हैं. इसमें हॉल, आँगन, खम्बे आदि का सुन्दर निर्माण देखने को मिलता हैं, यहाँ त्रिमुखी शिवजी की प्रतिमा हैं, जो भगवान शिव को संसार का रचयिता, पालनकर्ता और संहारक के रूप में प्रस्तुत करती हैं. यह स्थान मुंबई के अभूतपूर्व सुन्दर और शांत स्थानों में से एक हैं.
- सिद्धिविनायक मंदिर (Siddhivinayak temple mumbai)–मुंबई में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर हिन्दुओं के इष्ट, प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेशजी का प्रसिद्ध मंदिर हैं. यहाँ प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं. इसमें बहुत ही सुन्दर निर्माण – कार्य किया गया है. इसका निर्माण सन 1801 में किया गया था.
कहा जाता हैं कि यहाँ मांगी हुई मन्नत हमेशा पूरी होती हैं, इसके आकर्षण का यह मुख्य कारण हैं. कई बड़ी हस्तियाँ भी यहाँ आकर अपने कार्य में सफलता का आशीर्वाद मांगती हैं.
- एस्सल वर्ल्ड (essel world) : 90 के दशक से एस्सल वर्ल्ड मुंबई के साथ – साथ पूरे देश में ख्याति प्राप्त थीम पार्क हैं. यह मनोरंजन का बहुत अच्छा माध्यम हैं. इस अम्यूजमेंट पार्क की रोमांचक राइड्स यहाँ का आकर्षण – केंद्र होती हैं. इस पार्क की विशेषता यह हैं कि यहाँ किसी भी आयु – वर्ग का व्यक्ति जा सकता हैं और आनंद ले सकता हैं. यह साल के 365 दिन खुला रहता हैं और यही कारण हैं कि यह प्रतिदिन लगभग 10,000 लोगों का मनोरंजन करता हैं.
- संजय गाँधी नेशनल पार्क : इसे पहले बोरीवली नेशनल पार्क के नाम से जाना जाता था. यह मुंबई की उत्तर दिशा की ओर उपनगरीय क्षेत्र में स्थित हैं, जहाँ बड़े स्तर पर वन्य जीवन का संरक्षण किया जाता हैं. यह देश में स्थित अन्य राष्ट्रीय उद्यानों की तरह बहुत बड़ा तो नहीं हैं, परन्तु यहाँ जो वन्य प्राणियों और वन्य जीवन संरक्षण का काम किया जा रहा हैं, वह काबिल – ए – तारीफ हैं और यही इसकी ओर आकर्षण का कारण हैं. शहर की भाग – दौड़ भरी जिंदगी से दूर यहाँ प्रकृति के बीच समय गुजरने के लिए यह उत्तम स्थान हैं.
- माउन्ट मेरी चर्च : यह माउन्ट मेरी का महामंदिर [Basilica] हैं. यह एक रोमन केथोलिक चर्च हैं, जो कि मुंबई के बांद्रा नामक स्थान पर स्थित हैं. कहा जाता हैं कि इसका निर्माण सन 1760 में किया गया था. यहाँ कुमारी मेरी का जन्मोत्सव प्रति वर्ष 8 सितम्बर के पश्चात् 1 सप्ताह तक मनाया जाता हैं. इसे आम लोग ‘बांद्रा फेयर’ के नाम सेजानते हैं और यहाँ आकार इसका आनंद उठाते हैं.
- छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय [CSMVS]: यह संग्रहालय मुंबई के एम्. जी. रोड पर स्थित हैं, जो की मरीन ड्राइव व होटल ताज से वाल्किंग डिस्टेंस पर है. इसकी स्थापना 10 जनवरी, 1922 को हुई थी. इसका भवन मुग़लों, मराठों और जैनों के भवनों की निर्माण शैली का मिला – जुला रूप हैं, जिसके चारों ओर एक बगीचा हैं, जो खजूर के वृक्षों और फूलों से आच्छादित हैं. इस संग्रहालय में 3 फ्लोर है, जो भारत देश की पुरानी संस्कृति के बारे में लोगों को बताते है. यहाँ अंदर ऑडियो गाइड भी मिलता है, जिसे आप 40 रुपय में लेकर संग्रहालय के अंदर रखी वस्तुओं के बारे में विस्तार से सुन सकते है.
- काला घोड़ा कला भवन [ Kala Ghoda Art Precinct ]: यह मुंबई की सांस्कृतिक कलाओं का केंद्र हैं. यह किले और कोलाबा के बीच दक्षिणी मुंबई में स्थित हैं. यह मुंबई की सबसे अच्छी आर्ट गेलेरी और संग्रहालयों में से एक हैं. हर साल फरवरी में काला घोड़ा असोसिएशन 9 दिन का ‘काला घोड़ा कला महोत्सव’ का आयोजन करती हैं, जो बहुत ही आकर्षक होता हैं और कला प्रेमी जनता इसे देखने जाती हैं.
- मुंबई के बाजार : हम सभी जानते हैं कि महिलाओं को शोपिंग का कितना शौक होता हैं, मुंबई स्ट्रीट शोपिंग के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं. यहाँ बहुत सी चीजे कम दाम और अच्छी गुणवत्ता के साथ मिल जाती हैं. इस उद्देश्य हेतु सबसे ज्यादा नाम कमाया हैं चोर बाज़ार ने. कोलाबा कोज़वे यादगार चीजों के लिए, लिंकिंग रोड सस्ते जूतों, कपड़ो और चोर बाज़ार एंटीक चीजों को खरीदने के लिए प्रसिद्ध हैं.
- हेरिटेज बिल्डिंग्स : मुंबई में कई मन्त्र – मुग्ध और आश्चर्य – चकित कर देने वाली इमारतें हैं, जो अपनी जटिल और मन – मोहक निर्माण के लिए जानी जाती हैं. इनमे से कुछ उदाहरण के तौर पर हैं – प्रिंस ऑफ़ वेल्स म्यूज़ियम, विक्टोरिया टर्मिनस रेलवे स्टेशन [CST], बॉम्बे हाई कोर्ट, आदि. ये सभी लगभग दक्षिणी मुंबई में या इसके पास स्थित हैं.
- बोलीवुड(film city) :मुंबई हिंदुस्तान की फिल्म इंडस्ट्री ‘ बोलीवुड ’का केंद्र हैं. यहाँ फिल्म सिटी हैं, यह मुंबई के पश्चिमी उपनगरीय इलाके में गोरेगांव में स्थित हैं, जहाँ विभिन्न फिल्मो और सीरियलों की शूटिंग चलती रहती हैं. आप वहाँ जाकर शूटिंग देख सकते हैं और यहाँ लगाये गये फिल्मों के सेट देखने के लिए भी बहुत से लोग जाते हैं.
इस प्रकार अगर देखा जाएँ तो मुंबई में घुमने के लिए बहुत सी जगह हैं, जैसे –
क्रमांक | विविध स्थल | स्थलों के नाम |
1. | प्रसिद्ध मंदिर | श्री सिद्धिविनायक मंदिर, मुम्बादेवी मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर, अफगान चर्च, बाबुलनाथ मंदिर, बाबु अमीचंद पनालाल अदिश्वर्जी जैन मंदिर, श्री वालकेश्वर मंदिर, इस्कोन मंदिर, ग्लोबल पेगोडा, आदि. |
2. | प्रसिद्ध अम्यूजमेंट पार्क | स्नो वर्ल्ड, एस्सल वर्ल्ड, वाटर किंगडम, कमला नेहरु पार्क, इमेजिका थीम पार्क, आदि. |
3. | प्रसिद्ध बीच | जुहू बीच, मड आईलेंड, अक्सा बीच, वर्सोवा बीच, गिर्गौम चौपाटी बीच, मार्वे बीच, दादर चौपाटी बीच, गोराई बीच, मनोरी बीच, आदि. |
4. | अन्य दर्शनीय स्थल | हैंगिंग गार्डन, शिवाजी पार्क, फ़्लोरा फाउंटेन, RBI मोनेटरी म्यूज़ियम, जोगर्स पार्क, महाकाली केव्स, मालाबार हिल्स, नरीमन पॉइंट, पवाई लेक, प्रियदर्शिनी पार्क एंड स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, धोबी घाट, महालक्ष्मी रेस कोर्स, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट गार्डन, नेहरु साइंस सेंटर, जिजामाता उद्यान, आदि. |
मुंबई के दर्शनीय स्थलों की सूची बहुत बड़ी हैं. साथ ही आप एक बार के टूर में मुंबई नहीं घूम पाते, कुछ न कुछ छुट ही जाता हैं. परन्तु इस माया – नगरी की बात ही निराली हैं, इसलिए कहा जाता हैं कि जो एक बार मुंबई जाता हैं, वो वहीँ का होकर रह जाता हैं.
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