December 19, 2024

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पितृपक्ष में करें इन वस्तुओं का दान, होगी पुण्य की प्राप्ति, मिलेगा पितरों का आशीर्वाद !

पितृपक्ष मृत पूर्वजों के श्राद्ध के लिए जाना जाता है। माना जाता हैं कि इन दिनों में मृत पूर्वजों की आत्मा धरती पर आती हैं और उनका श्राद्ध करके भोग लगाने से उन्हें संतुष्टि की प्राप्ति होती हैं। इससे प्रसन्न होकर पित्तर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं। इन दिनों में जहां एक तरफ पूजा-पाठ चलता हैं वहीँ दूसरी तरफ दान-पुण्य भी बहुत किया जाता हैं जिससे पितरों का आशीर्वाद बना रहता हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस चीज के दान से क्या प्रभाव पड़ता हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

– वस्त्र : इस दान में धोती और दुपट्टा सहित दो वस्त्रों के दान का महत्व है। यह वस्त्र नए और स्वच्छ होना चाहिए।

– नमक : पितरों की प्रसन्नता के लिए नमक का दान बहुत महत्व रखता है।

– गाय : धार्मिक दृष्टि से गाय का दान सभी दानों में श्रेष्ठ माना जाता है, लेकिन श्राद्ध पक्ष में किया गया गाय का दान हर सुख और धन-संपत्ति देने वाला माना गया है।

– सोना : सोने का दान कलह का नाश करता है। किंतु अगर सोने का दान संभव न हो तो सोने के दान के निमित्त यथाशक्ति धन दान भी कर सकते हैं।

– चांदी : पितरों के आशीर्वाद और संतुष्टि के लिए चांदी का दान बहुत प्रभावकारी माना गया है।

– गुड़ : गुड़ का दान पूर्वजों के आशीर्वाद से कलह और दरिद्रता का नाश कर धन और सुख देने वाला माना गया है।

– अनाज : अन्नदान में गेहूं, चावल का दान करना चाहिए। इनके अभाव में कोई दूसरा अनाज भी दान किया जा सकता है। यह दान संकल्प सहित करने पर मनोवांछित फल देता है।

– भूमि : अगर आप आर्थिक रूप से संपन्न हैं तो श्राद्ध पक्ष में किसी कमजोर या गरीब व्यक्ति को भूमि का दान आपको संपत्ति और संतान लाभ देता है। किंतु अगर यह संभव न हो तो भूमि के स्थान पर मिट्टी के कुछ ढेले दान करने के लिए थाली में रखकर किसी ब्राह्मण को दान कर सकते हैं।

– तिल : श्राद्ध के हर कर्म में तिल का महत्व है। इसी तरह श्राद्ध में दान की दृष्टि से काले तिलों का दान संकट, विपदाओं से रक्षा करता है।

– घी : श्राद्ध में गाय का घी एक पात्र (बर्तन) में रखकर दान करना परिवार के लिए शुभ और मंगलकारी माना जाता है।