सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए सबसे अच्छा होता हैं यातायात के नियमों का पालन करना। इन्हीं नियमों में से एक हैं ट्रैफिक सिग्नल कि बत्ती जिसमें लाल, पीले और हरे रंग की लाइट का इस्तेमाल किया जाता हैं। लाल रंग की ट्रैफिक लाइट का मतलब होता है कि आप गाड़ी रोक दें। ट्रैफिक लाइट पीला होने पर आप आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाएं और हरा होते ही आप आगे बढ़ जाएं। अब जानते हैं कि आखिर ट्रैफिक सिग्नल में लाल, पीले और हरे रंग का ही इस्तेमाल क्यों किया जाता है।
दरअसल, लाल रंग अन्य रंगों की अपेक्षा में बहुत ही गाढ़ा होता है। यह दूर से ही दिखने लगता है। लाल रंग का प्रयोग इस बात का भी संकेत देता है कि आगे खतरा है, आप रूक जाएं।
ट्रैफिक लाइट में पीले रंग का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है, क्योंकि यह रंग ऊर्जा और सूर्य का प्रतीक माना जाता है। यह रंग बताता है कि आप अपनी ऊर्जा को समेट कर फिर से सड़क पर चलने के लिए तैयार हो जाएं।
हरा रंग प्रकृति और शांति का प्रतीक माना जाता है। ट्रैफिक लाइट में इस रंग का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है, क्योंकि यह खतरे के बिल्कुल विपरीत होता है। यह रंग आंखों को सुकून देता है। इसका मतलब होता है कि अब आप बिना किसी खतरे के आगे बढ़ सकते हैं।
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