December 20, 2024

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लॉकडाउन के दौरान वास्तु के इन तरीकों से दूर करें घर की अशांति !

लॉकडाउन के दौरान वास्तु के इन तरीकों से दूर करें घर की अशांति !

कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई हैं और लोग अपने घरों में कैद हैं। ऐसे में परिवार संग समय बिताने का यह बेहतरीन मौका हैं। लेकिन इसी के साथ ही घर में अशांति और कलह का माहौल भी होने लगता हैं। ऐसे में घर में खुशहाली लाने के लिए जरूरी हैं कि सफाई के साथ वास्तुदोषों को दूर करने का काम किया जाए। क्योंकि घर की आशांति का मुख्य कारण वास्तुदोष होते हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से घर में सकारात्मकता लाकर घर में खुशहाली का आगमन किया जाए। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

लॉकडाउन के दौरान वास्तु के इन तरीकों से दूर करें घर की अशांति !

नमक का पोंछा

फिटकरी के पानी में समुद्री नमक मिलाकर किचन और फर्श पर पोंछा लगाएं। चाहें तो समुद्र नमक में थोड़ा नींबू का रस और कर्पूर भी मिला लें। इसी घोल को बाथरूम और शौचालय में भी उपयोग कर सकते हैं। बाथरूम में खड़े नमक या फिटकरी से भरा एक कटोरा रखें। हर महीने इस कटोरे के नमक या फिटकरी को बदलते रहें। माना जाता है कि हवा में मौजूद नमी के साथ-साथ यह नमक आसपास की नकारात्मक ऊर्जाओं को भी अपने अंदर समाहित कर लेता है। इससे सकारात्मकता का लेवल बढ़ता है।

फिटकरी का इस्तेमाल

फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। फिटकरी और कर्पूर के छोटे-छोटे टुकड़े को खिड़की, दरवाजा या बॉलकनी में रखने देने से जहां वास्तु दोष दूर होता है वहीं इसके प्रभाव से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती है।

धूप दें

हिन्दू धर्म में षोडशांग धूप अर्थात 16 प्रकार की धूप देने का उल्लेख मिलता है। अगर, तगर, कुष्ठ, शैलज, शर्करा, नागरमाथा, चंदन, इलाइची, तज, नखनखी, मुशीर, जटामांसी, कर्पूर, ताली, सदलन और गुग्गुल। इसके अलावा भी अन्य मिश्रणों का भी उल्लेख मिलता है। इसमें आम, नीम की छाल मिलाकर धूप भी धूप देते हैं। या उपले (कंडे) जलाकर यह उपरोक्त सभी मिश्रित सामग्री उस पर डाल दें और उसका धुआं संपूर्ण घर में फैलाएं। धूप देने से मन, शरीर और घर में शांति की स्थापना होती है। रोग और शोक मिट जाते हैं। गृहकलह, पितृदोष और आकस्मिक घटना-दुर्घटना नहीं होती। घर के भीतर व्याप्त सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलकर घर का वास्तुदोष मिट जाता है। ग्रह-नक्षत्रों से होने वाले छिटपुट बुरे असर भी धूप देने से दूर हो जाते हैं।

कर्पूर जलाएं

घर में प्रतिदिन सुबह और शाम को कर्पूर जलाना चाहिए। माना जाता है कि कर्पूर किसी भी स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इसकी सुगंध से मन एवं मस्तिष्क को शांति मिलती है। हर तरह का तनाव हट जाता है। शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं के समक्ष कर्पूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। कर्पूर जलाने से देवदोष, काल सर्पदोष व पितृदोष का शमन होता है। घर में यदि सकारात्मक उर्जा और शांति का निर्माण करना है तो प्रतिदिन सुबह और शाम कर्पूर को घी में भिगोकर जलाएं और संपूर्ण घर में उसकी खुशबू फैलाएं। यदि घर के किसी स्थान पर वास्तु दोष निर्मित हो रहा है तो वहां एक कर्पूर की 2 टिकियां रख दें। जब वह टिकियां गलकर समाप्त हो जाए तब दूसरी दो टिकिया रख दें। इस तरह बदलते रहेंगे तो वास्तुदोष निर्मित नहीं होगा।