June 30, 2024

Visitor Place of India

Tourist Places Of India, Religious Places, Astrology, Historical Places, Indian Festivals And Culture News In Hindi

Shardiya Navratri 2023: आने वाले नवरात्रि में कर लें ये उपाय, कभी नहीं रहेगी जेब खाली!

Shardiya Navratri 2023: आने वाले नवरात्रि में कर लें ये उपाय, कभी नहीं रहेगी जेब खाली!

Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर रविवार के दिन से होने जा रही है. इसमें ये 9 दिन मां दुर्गा के नौ अलग अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है. हिंदू धर्म में नवरात्रि के 9 दिनों का बहुत महत्व होता है। 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस त्योहार में मां दुर्गा इस बार हाथी पर सवार हो कर आने वाले हैं, जो सुख, समृद्धि, अधिकता, ऐश्वर्य, शक्ति, उन्नति, बहुलता, सफलता, वैभव का प्रतीक माना जाता है. नवरात्रि के दौरान भक्त मां दुर्गा के नौ अलग अलग दिन खुश करने के लिए अलग अलग उपायों को अपनाते हैं. जिससे कि मां प्रसन्न हो कर उन पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें. ऐसे में इस बार पान के पत्ते के उपाय से मां दुर्गा को प्रसन्न कर सकते हैं, वह कैसे आइए जानें!

नवरात्रि के दिनों में करें पान के साथ ये उपाय

पान के पत्ते से करें आर्थिक स्थिति को मजबूत

आपको बता दें कि, नवरात्रि में भक्त लगातार पांच दिनों तक पान के पत्तों में मंा दुर्गा का बीज मंत्र ओम हीम क्लीम चामुंडायै विच्चे नमः लिख कर माता को अर्पित कर दें. फिर नवमी के दिन इन पान के पत्तों को उठाकर लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रख लें.

बिजनेस और नौकरी में मिलेगी सफलता

अगर किसी व्यक्ति को नौकरी या व्यवसाय में कोई सफलता नहीं मिल पा रही है तो उसे नवरात्रि के दौरान रोज शाम को मां दुर्गा को एक पान का पत्ता चढ़ाएं। ऐसा करने से सफलता मिलेगी.

पानी है हर क्षेत्र में सफलता
यदि व्यक्ति को किसी भी क्षेत्र में सफलता चाहिए तो उसे नवरात्रि के दौरान पान के पत्ते के दोनों तरफ सरसों के तेल को लगाकर शाम के समय में मां दुर्गा को चढ़ा देना चाहिए. नवरात्रि के आखिरी दिन में इन पतों को ले जाकर मां दुर्गा के मंदिर के पीछे रख देना चाहिए.

घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए

वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा है तो नवरात्रि के दौरान लगातार 9 दिनों तक मां दुर्गा को पान के पत्ते के साथ केसर अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से पूरे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगेगा।