December 20, 2024

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बना रहे घूमने जाने का प्लान, तो इन जगहों पर कतई न जाएं!

भारत का प्राकृतिक सौंदर्य देसी-विदेशी पर्यटकों को खूब लुभाता है यही कारण है कि हर रोज हजारों की तादाद में विदेशी पर्यटक यहां घूमने आते हैं। भारत के हर कोने में प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना है जो यात्रियों का मन मोह लेता है लेकिन यहां कि कई जगहें ऐसी हैं जहां पर जाने से पहले सोच लेना ही बेहतर है। आइए हम बताते हैं आपको ऐसी ही जगहों के बारे में…

साइलेंट वैली, केरला

साइलैंट वैली राष्ट्रीय उद्यान उत्तरी केरल के पालक्काड जि‍ले के मन्नारकाड से 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। पिछले कुछ समय से माओवादी हमलों के बाद इस जगह को पर्यटकों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है।

द्रास, लद्दाख

इसको लद्दाख का द्वार भी कहते है। यह दुनिया की दूसरी सबसे ठंडी जगह है और इसी के साथ यह आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र भी है। यहां अगर आप आतंकियों की गोलियों से बच गए तो ठंड से बचना मुश्किल है।

अकसई चिन, जम्‍मू-कश्‍मीर

अक्साई चिन या अक्सेचिन चीन, पाकिस्तान और भारत की सीमा पर स्थित तिब्बती पठार के उत्तरपश्चिम में स्थित एक विवादित क्षेत्र है। यह कुनलुन पर्वतों के ठीक नीचे स्थित है। किसी खूबसूरती आपको यहां जाने पर मजबूर कर देगी लेकिन क्‍या आप जानते हैं यह दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक है।

फुगताल मोनेस्ट्री, लद्दाख

इसे फुगताल गोस्पा के नाम से भी जाना जाता है। ऊंची खड़ी पहाड़ी के एक तरफ बनी हुई इस मोनेस्ट्री पर बाहरी लोगों का पहुंचना खतरे से खाली नहीं।

फुलबानी, ओडिशा

भुवनेश्‍वर से 200 किलोमीटर दूर इस गांव का नैसर्गिक सौंदर्य आपको अपनी ओर खींचने के लिए काफी है लेकिन यहां जाना खतरे से खाली नहीं है। यहां पर भी माओवादी हर कोने पर फैले हुए हैं।

मानस नेशनल पार्क, असम

मानस नेशनल पार्क असम का एक प्रसिद्ध पार्क है। इसे यूनेस्को नेचुरल वर्ल्ड हेरिटेज साइट के साथ-साथ प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व, बायोस्फियर रिजर्व और एलिफेंट रिजर्व घोषित किया गया है। इसकी सुंदरता में खो मत जाइएगा क्‍योंकि यहां पर बोडो उग्रवादियों का कब्‍जा है जो आपका स्‍वागत करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।

खरदुंग ला, लद्दाख

खरदुंग ला दुनिया की सबसे ऊंची रोड है। यहां पर सीधी चमकती धूप, तेज हवा और कम ऑक्सीजन अधिकतर लोगों को यहां से जल्द ही वापस लौटने पर मजबूर कर देती हैं।